शिक्षा ही है जो व्यक्ति निर्माण करेगी और व्यक्ति निर्माण से ही राष्ट्र निर्माण होगा।
भले ही हम आर्थिक रूप से कमजोर हों लेकिन हमारा विज़न और मिशन कमजोर नहीं होना चाहिये।
व्यक्ति को बड़ा बनाने में पैसे का योगदान हो सकता है लेकिन केवल पैसा ही मनुष्य को बड़ा बनाएगा ऐसा नहीं है, व्यक्ति , व्यक्तित्व और चरित्र इन सभी के निर्माण के लिए साधन,साध्य और साधना इन सभी का महत्व है, तप,त्याग और संयम यही ज्ञान के मार्ग को प्रशस्त करते हैं, तप कर ही व्यक्तित्व निखरता है और चरित्र परिष्कृत होता है,तो आइये मनुष्य निर्माण की इस साधना को प्रारंभ करें और वो भी क्षमतानुसार गुरूदक्षिणा से।
नोट- बड़े लक्ष्य को निर्धारित करने से कुछ वृद्धि हो या न हो , आत्मविश्वास में वृद्धि अवश्य होती है, और व्यक्तित्व भी परिष्कृत होता है।
सादर
JP KUMAR
(FOUNDER/CEO )
जे. पी फाउंडेशन
भले ही हम आर्थिक रूप से कमजोर हों लेकिन हमारा विज़न और मिशन कमजोर नहीं होना चाहिये।
व्यक्ति को बड़ा बनाने में पैसे का योगदान हो सकता है लेकिन केवल पैसा ही मनुष्य को बड़ा बनाएगा ऐसा नहीं है, व्यक्ति , व्यक्तित्व और चरित्र इन सभी के निर्माण के लिए साधन,साध्य और साधना इन सभी का महत्व है, तप,त्याग और संयम यही ज्ञान के मार्ग को प्रशस्त करते हैं, तप कर ही व्यक्तित्व निखरता है और चरित्र परिष्कृत होता है,तो आइये मनुष्य निर्माण की इस साधना को प्रारंभ करें और वो भी क्षमतानुसार गुरूदक्षिणा से।
नोट- बड़े लक्ष्य को निर्धारित करने से कुछ वृद्धि हो या न हो , आत्मविश्वास में वृद्धि अवश्य होती है, और व्यक्तित्व भी परिष्कृत होता है।
सादर
JP KUMAR
(FOUNDER/CEO )
जे. पी फाउंडेशन
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